آیه ولایت: تفاوت میان نسخهها
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[[پیامبر اسلام]] [[مبیِّن]] و [[مفسِّر | [[پیامبر اسلام]] [[مبین وحی|مبیِّن]] و [[مفسِّر وحی]]، در موارد متعددی، مصادیق [[آیه]] [[ولایت]] را مشخص و معین نمودهاند. [[شایسته]] است برای [[اثبات]] مدّعای [[شیعه]]، به روایاتی که مفسِّران [[اهل سنت]] [[نقل]] کرده و [[گواه]] [[درستی]] [[باور]] [[شیعیان]] است، اشاره میکنیم: | ||
#[[علامه امینی]] در [[کتاب]] [[ارزشمند]] [[الغدیر]] از ۶۶ نفر از علمای [[اهل سنت]] [[نقل]] میکند که [[شأن نزول]] [[آیه]] را [[امیرمؤمنان]]{{ع}} میدانند<ref>الغدیر، ج۳، ص۱۵۶ - ۱۶۲.</ref>. | #[[علامه امینی]] در [[کتاب]] [[ارزشمند]] [[الغدیر]] از ۶۶ نفر از علمای [[اهل سنت]] [[نقل]] میکند که [[شأن نزول]] [[آیه]] را [[امیرمؤمنان]]{{ع}} میدانند<ref>الغدیر، ج۳، ص۱۵۶ - ۱۶۲.</ref>. | ||
# [[علامه]] [[سید هاشم بحرانی]] نیز، [[نزول]] [[آیه]] را درباره [[علی]]{{ع}} به ۲۴ طریق از [[اهل سنت]] و ۱۹ طریق از [[شیعه]] [[روایت]] کرده است که هر کدام با دیگری متفاوت است<ref>غایة المرام، ص۱۰۳ - ۱۰۹.</ref>. | # [[علامه]] [[سید هاشم بحرانی]] نیز، [[نزول]] [[آیه]] را درباره [[علی]]{{ع}} به ۲۴ طریق از [[اهل سنت]] و ۱۹ طریق از [[شیعه]] [[روایت]] کرده است که هر کدام با دیگری متفاوت است<ref>غایة المرام، ص۱۰۳ - ۱۰۹.</ref>. |